अशोकारिष्ट Ashokarishta (Asokarishtam) को स्त्री रोगों जैसे प्रजनन प्रणाली, ओवरी सम्बन्धी रोगों और गर्भाशय सम्बन्धी विकार आदि में दिया जाता है।
Read in English: Ashokarishta Uses, Ingredients, Dosage and Side Effetcs and Price
यह दवा फर्मेंटेशन के द्वारा तैयार की जाती है है तथा इसमें 5% से 10% तक स्वयं से उत्पन्न अल्कोहल होता है। अल्कोहल से इसका अवशोषण त्वरित होता है। अशोकारिष्ट में एस्ट्रोजनिक, एन्टी इंफ्लेमेटरी, पाचन शक्ति बढ़ाने के, एन्टी ऑक्सीडेंट और ब्लीडिंग को रोकने के गुण हैं।
यह दवा उन स्त्रियों के लिए उपयोगी है जिन्हें पीरियड्स जल्दी आते हों, पीरियड्स में दर्द होता हो, पेल्विस में सूजन हो, पीरियड्स के दौरान बहुत खून जाता हो। यह सभी आयु की स्त्रियों के लिए फायदेमंद आयुर्वेदिक स्वास्थ्य टॉनिक है। यह पूरे महीने महिलाओं में सक्रिय और ऊर्जावान जीवन सुनिश्चित करता है।
अशोकारिष्ट ज्यादा मासिक धर्म मे काम करती है लेकिन अल्प मासिक धर्म मे इसे नहीं लेना चाहिए।
पैकिंग
225 मिलीलीटर, 450 मिलीलीटर और 680 मिलीलीटर
अशोकारिष्ट के फायदे
अशोकारिष्ट आप सफ़ेद पानी, पीरियड्स में दर्द, जल्दी जल्दी पीरियड्स आना, पेल्विस में सूजन, खून की कमी, रक्तार्श (खूनी बवासीर) आदि मे ले सकते हैं।
हर्बल स्त्री स्वास्थ्य टॉनिक
अशोकारिष्ट 100% आयुर्वेदिक दवाई है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट, सूजन कम करने के और कायाकल्प गुण हैं। यह
समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक और ताकत और सहनशक्ति प्रदान करता है। यह दवाई कई स्त्री रोगों रोगों और मासिक धर्म समस्याओं में फायदा करती है। यह डिम्बग्रंथि रोगों और गर्भाशय संबंधी विकारों में मुख्य रूप से फायदा करती है। अशोकारिष्ट गर्भाशय टॉनिक है और जो महिलायें इनफर्टिलिटी की समस्या से ग्रसित हैं, उन्हें कुछ महीने अशोकारिष्ट का सेवन अवश्य करना चाहिए।
पाचन में करे सहयोग
अशोकारिष्ट पाचन कमजोरी और भूख की कमी में उपयोगी है। यह पेट दर्द में राहत देने वाली दवा है।
चिकित्सीय उपयोग
- अपच
- अर्श
- असंतुलित हार्मोन
- इनफर्टिलिटी
- कष्टार्तव
- खून की कमी
- गर्भाशय पोलिप (कांचनार गुग्गुलु के साथ)
- गर्भाशय से अत्यधिक रक्तस्राव
- जननांग में दर्द
- डिम्बग्रंथि पुटी या पॉली-सिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम (PCOD) – चंद्रप्रभा वटी के साथ
- निम्न अस्थि खनिज घनत्व
- पीठ में दर्द
- बहुमूत्रता
- बुखार
- भारी मासिक धर्म
- मासिक धर्म के दौरान दर्द
- मासिक में बहुत अधिक रक्त का स्राव
- रक्त पित्त
- रक्त में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि
- रजोनिवृत्ति संबंधी ऑस्टियोपोरोसिस
- श्रोणि सूजन रोग
- सफेद पानी
- सूजन
- हाथ पैर में जलन
अशोकारिष्ट की खुराक
अशोकारिष्ट को आप 12 से 24 ml की खुराक में ले सकते हैं। इसे पानी की बराबर मात्रा में मिलाकर लेते हैं। इसे दिन में दो बार, सुबह और रात को खाना खाने के बात लेते हैं।
अशोकारिष्ट के साइड इफेक्ट्स
- एसिडिटी
- पीरियड्स में कम ब्लीडिंग
- देर से पीरियड्स होना
अशोकारिष्ट फार्मूला
- अशोक 4.8 kg
- पानी 49.152 l reduced to 12.288 l
- गुड 9.6 kg
- धातकी 768 g
- सफ़ेद जीरा 48 g
- मोथा 48 g
- सूखा अदरक पाउडर 48 g
- दारू हल्दी 48 g
- उत्पल 48 g
- हरड़ 48 g
- बहेड़ा 48 g
- आमला 48 g
- आम की गुठली 48 g
- सफ़ेद जीरा 48 g
- वासा 48 g
- सफ़ेद चन्दन 48 g
अशोकारिष्ट के निर्माता
- डाबर अशोकारिष्ट
- बैद्यनाथ अशोकारिष्ट
- पतंजलि अशोकारिष्ट
- झंडू
- सांडू