बादाम रोगन (बादाम तेल) के 10 फायदे

बादाम रोगन - बादाम का तेल बहुत गुणकारी प्राकृतिक घटक है जो चमकते चेहरे और त्वचा को बढ़ावा देता है। इसके अलावा बादाम का तेज कई स्वास्थ्य समस्यायों में बहुत फायदेमंद है जैसे कब्ज, माइग्रेन इत्यादि।

बादाम रोगन जिसे आलमंड आयल, स्वीट अल्मोन्ड तेल, बादाम तेल, भी कहते हैं, में बादाम की अच्छाइयाँ है। जो फायदे बादाम को खाने के हैं वाही गुण बादाम रोगन के भी हैं। बादाम रोग़न, बादाम के तेल के लिए यूनानी नाम है। बादाम रोगन के विभिन्न लाभ हैं।

बादाम रोगन के भिन्न प्रयोग है।  इसे पी सकते हैं और लगा भी सकते हैं। पीने से आंतरिक फायदा होता है और लगाने से बाहरी। बाइर से ड्राई स्किन पर लगा सकते हैं, शरीर और चेहरे की मालिश कर सकते हैं, बालों में लगा सकते हैं।  बदाम रोगन तेल मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर सुखद प्रभाव डालता है। यह सिरदर्द और थकावट से मुक्त करता है। इसमें मांसपेशियों को आराम देने के प्राकृतिक गुण होते हैं जो तनाव को कम करते हैं और आराम करने में मदद करते हैं।

बादाम रोगन मस्तिष्क को बढ़ावा देता है और स्मृति में सुधार करता है। इसकी मालिश से चमकदार, स्वस्थ त्वचा मिलती है।

बादाम रोगन के फायदे Health Benefits of Badam Roghan

बादाम रोगन को मीठे बादामों से कोल्ड प्रेस करके निकाला जाता है। इस तेल का रंग सुनहरा पीला और गंध बादाम जैसी होती है। इसमें असंतृप्त फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है जो कुल वसा का 93% है। बादाम रोगन के अनेकों स्वास्थ्य लाभ है।  यह स्नेहन, सूजन दूर करने के, प्रतिरक्षा-बूस्टिंग और एंटी-हेपेटोटोक्सिसिटी प्रभाव सहित कई गुणों से भरपूर है। बादाम रोगन को पीने या नाक में डालने से दिमाग और आंतो की ड्राईनेस दूर होती है।

बादाम रोगन है पौष्टिक

बादाम रोगन में फैटी एसिड, लिनोलिक एसिड का 30% तक होता है। यह विटामिन ई का एक समृद्ध स्रोत है। यदि आप एक चम्मच बादाम रोगन पीते हैं तो आपको करीब 2 मिलीग्राम विटामिन ई मिलती है। विटामिन ई वसा घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट है, जो झुर्रियों, न्यूरोलॉजिकल बीमारियों जैसे अल्जाइमर रोग और मधुमेह जैसी आंखों के विकार आदि के खिलाफ सुरक्षा देता है।  इसमें विटामिन ए, बी 1, बी 2, बी 6, विटामिन ई और डी भी होते हैं। यह तेल स्वस्थ वसा में समृद्ध है और इसमें प्रोटीन, खनिज और विटामिन की अच्छी मात्रा होती है। इसके पौष्टिक गुणों के अलावा,इसमें औषधीय गुण भी होते हैं।

बादाम रोगन है एंटीऑक्सीडेंट

विटामिन्स की मौजूदगी बादाम रोगन को एंटीऑक्सीडेंट गुण देती है। एंटीऑक्सीडेंट होने से बादाम रोगन, मुक्त कणों को बेअसर करके महत्वपूर्ण सेल संरचनाओं की रक्षा करता है।

बादाम रोगन है दिल के लिए अच्छा

बादाम रोगन का सेवन करने से शरीर में अच्छा  कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) का स्तर बढ़ाता है, जबकि कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कम हो जाते हैं।

बादाम रोगन करे माइग्रेन में फायदा

माइग्रेन का सिरदर्द मस्तिष्क के भीतर विशिष्ट परिवर्तनों से होता है। आम तौर पर, यह सिरदर्द सिर के एक आधे हिस्से को प्रभावित करता है। इससे गंभीर सिर दर्द होता है जो अक्सर प्रकाश, ध्वनि या गंध की संवेदनशीलता के साथ होता है। माइग्रेन होने के कुछ संभावित कारणों में शामिल है रात को ठीक से नींद नहीं आना, एलर्जी, धूप, तनाव, विटामिन डी की कमी आदि।  माइग्रेन के कारण अत्यधिक दर्द घंटों या दिन तक चल सकता है। यह बार बार होता है। एसोसिएटेड लक्षणों में प्रकाश, ध्वनि, या गंध के लिए मतली, उल्टी, और संवेदनशीलता शामिल हो सकती है।

माइग्रेन बार बार होता है तो रोज रात को नाक में बादाम रोगन की कुछ बूंदे डालें। यह माइग्रेन का असरदार इलाज है।

बादाम रोगन करे फायदा डार्क सर्किल में

शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में आंखों के चारों ओर की त्वचा बहुत पतली है और नाजुक होती है। पतली होने से त्वचा की गहरी परतों में होने वाले किसी भी बदलाव सतह पर आसानी से दिखाई देंगे डार्क सर्कल आम तौर पर 16 साल से अधिक उम्र के लिंग और सभी आयु समूहों के साथ एक आम समस्या है। इसके होने के बहुत से कारण हैं जैसे उत्पादों के लिए एलर्जी, मेक-अप की सामग्री, बालों का रंग, कुछ औषधीय अनुप्रयोग जैसे ऑय ड्रॉप्स, चेहरे की क्रीम।  रगड़ने और खरोंचने से भी काले घेरे हो सकते है। तनाव (शारीरिक या मानसिक) और अपर्याप्त नींद समस्या को बढ़ा देती है।  लौह की कमी से भी आंखों के चारों ओर पिग्मेंटेशन भी हो सकता है।

बादाम के तेल से रोज़ सोने से पहले आँखों के नीचे कुछ देर मालिश करने से और इसकी कुछ बूंदे नाक में डालने से इस समस्या से आराम मिलता है। कॉस्मेटिक रूप से बादाम रोगन में चमड़ी की सफाई और मॉइस्चराइज़र करने के गुण होते हैं।

बादाम रोगन से त्वचा होती है चिकनी

जब शरीर में विटामिन ई की कमी होती है स्किन बेजान और रूखी लगती है तथा ड्राईनेस की समस्या हो जाती है। बादाम रोघन में फैट, विटामिन्स होते हैं जो त्वचा पर अंदर और बाहर से कम करते हैं। यदि आपको त्वचा के ड्राईनेस  की समस्या है तो रोजाना बादाम रोगन को दूध में दाल कर पियें और बाहर से लगायें। इसे ड्राई स्किन की स्थिति जैसे सोरायसिस और एक्जिमा के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। बादाम रोगन काउपयोग त्वचा की रंगत और टोन में सुधार लाता है।

यदि चेहरे पर दाग धब्बे हो, झुर्रियां हो रही हो, ड्राई स्किन है तो इसका रेगुलर प्रयोग करके देखें। जिन लोगों का फेस ऑयली है उन्हें इसके इस्तेमाल में सावधानी रखनी चाहिए नहीं तो अकने ब्रेकआउट हो सकता है।

बादाम रोगन नर्म बनाये होठ

लिप्स बहुत नाजुक होते है। विटामिन की कमी हो, पानी की कमी हो या सर्दी की रूखी हवाएं, लिप्स की नरमी खो जाती है और यह फटे और दर्द भरे हो जाते हैं। ऐसे में बादाम रोगन को नियमित होठों पर लगायें और मालिश करें। इससे लिप्स सॉफ्ट और गुलाबी होंगे।

बादाम रोगन करे बालों की देखभाल

बालों में यदि तेल नहीं लगाते तो बाल ड्राई और डल हो जाते है। मालिश नहीं करने से नए बल्लों का उगना भी कम हो जाता है। बादाम रोगन जिसमें विटामिन ई की अच्छी मात्रा है, से मालिश करने से बालों में चमक आती है। यह बालों को मजबूत और घना करता है। इससे मालिश करने से बल्लों का गिरना रुकता है और बाल घने होते हैं।

बादाम रोगन से नहीं होती कब्ज़

कब्ज़ रहती है तो बादाम का तेल ले कर देखें। रोज सोने से पहले बादाम तेल को दूध में डालें और पी जाएँ। इससे शरीर में चिकनाई आती है। आँतों में ड्राईनेस की समस्या दूर होती है। पाचन भी ठीक रहता है। आँतों में स्टूल आगे ठीक से बढ़ता है जिससे कब्ज़ जकी समस्या दूर होती है।

बादाम रोगन है बच्चों के लिए फायदेमंद

बादाम रोगन को आप बच्चों की मालिश में इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसे दूध में मिलाकर भी बच्चों को दे सकते हैं। इससे उन्हें बादाम खाने जैसे लाभ मिलते हैं। यह बच्चों में कब्ज़ की समस्या को दूर करता है और दूध की पौष्टिकता भी बढ़ाता है। बादाम रोगन बच्चों के मस्तिष्क, स्किन, आँतों और पूरे स्वास्थ्य के लिए उत्तम है।

बादाम रोगन प्रयोग करने का तरीका

रात में एक कप दूध के साथ 5-10 मिलीलीटर लें, या सिर, चेहरे और शरीर पर बाहरी रूप से लागू करें।

नाक में नस्य के लिए प्रत्येक नोस्ट्रिल में दो तीन बूंदे डालें।

बादाम रोगन के साइड-इफेक्ट्स Side effects

  • यह बहुत ही सेफ तेल है जिसे सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • इसका कोई भी ज्ञात साइड इफ़ेक्ट नहीं है। यह एक खाद्य पदार्थ है।
  • इसके सेवन में किसी विशेष सावधानी की ज़रूरत नहीं है। आप इसे कम मात्रा में शिशु को भी दे सकते हैं।

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