लोहासव आयुर्वेदिक आयरन सिरप 

लोहासव एक आयुर्वेदिक सिरप है जो एनीमिया, कमजोरी और थकावट, त्वचा विकार, हृदय विकार, अतालता, मधुमेह, जलोदर, अस्थमा, बवासीर, एनोरेक्सिया, फिस्टुला और यकृत रोग में दिया जाता है। यह एक हेमाटिनिक दवा है जिसमें आयरन होता है। यह बढ़े हुए प्लीहा से राहत पाने के लिए बहुत अच्छा है। लोहासव किण्वन द्वारा तैयार किया जाता है तथा इसमें 4 – 10% स्व-निर्मित अल्कोहल होती है है जो सक्रिय हर्बल घटकों…

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सप्तामृत लौह के फायदे और नुकसान

सप्तामृत लौह आयुर्वेद की लोहे युक्त दवा है जो शरीर में खून की कमी को दूर करती है तथा यह आंख और बालों के रोगों में फायदा देती है। आँखों के दोष जैसे धुंधली दृष्टि, धब्बे दिखना, अंधेरे में देखने में कठिनाई, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि, मोतियाबिंद, नेत्रश्लेष्मलाशोथ और दृष्टि हानि आदि इस दवा को लेने के मुख्य संकेत हैं। सप्तामृत लौह लेने से मन्दाग्नि की समस्या में…

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अम्लपित्तान्तक रस अपच, गैस्ट्र्रिटिस, एसिड रिफ्लक्स रोग के लिए

अम्लपित्तान्तक रस अथवा अम्लपित्तान्तक योग अथवा अम्लपित्तान्तक वटी, अम्लपित्त की आयुर्वेदिक दवाई है। अम्लपित्तान्तक रस को पेट में बहुत एसिड बनना जिसे हाइपरएसिडिटी भी कहते हैं में दिया जाता है। अम्लपित्तान्तक रस में एसिडिटी को कम करने और दर्द निवारक गुण हैं। अम्लपित्तान्तक रस अपच, गैस्ट्र्रिटिस, एसिड रिफ्लक्स रोग, एसिड पेप्टिक विकारों आदि को दूर करने में मदद करता है। इसमें लोहा होने से यह हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार…

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अश्वकंचुकी (अश्वचोली – घोड़ाचोली) रस के फायदे, नुकसान और प्राइस

अश्वकंचुकी रस को मुख्य रूप से अस्थमा (दमा), कफ, पेशाब अथवा मल की रुकावट से पेट फूलना, कब्ज़, बुखार आदि में दिया जाता है। इस दवा को रोग के अनुसार अनुपान के साथ लेने से सही फायदा होता है। जैसे शरीर में कफ बढ़ा है, सांस लेने में परेशानी है तो इसे शहद और अदरक के रस के साथ लें। पेट की समस्या में इसे ठन्डे पानी या पान के…

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योगेन्द्र रस (स्वर्ण युक्त) के फायदे, नुकसान व उपयोग

योगेन्द्र रस एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें हर्बल और खनिज तत्व होते हैं। इस दवा को रस सिंदूर, स्वर्ण भस्म, काँटा लौहा भस्म, मोती भस्म, वंग भस्म आदि सामग्री से बनाया जाता है तथा यह न्यूरो-मांसपेशियों की स्थिति, वातव्याधि और मधुमेह के इलाज में उपयोगी है। इसका उपयोग अन्य दवाओं के साथ मधुमेह, मूत्र पथ से संबंधित रोगों, बार-बार पेशाब करने की समस्या, फिस्टुला, बवासीर, मिर्गी, मानसिक स्थिति, पक्षाघात, पेट…

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पतंजलि फल घृत के के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

पतंजलि फल घृत, प्राकृतिक हर्बल घी है जिसे विशेष रूप से गर्भावस्था में विकारों के इलाज के लिए विकसित किया किया गया है। यह जड़ी बूटी और कुछ प्राकृतिक जड़ी बूटियों का संयोजन है जो उपयोग में सुरक्षित हैं और शरीर में कोई दुष्प्रभाव नहीं बनाती हैं। इस दवा का नियमित उपयोग आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है और प्राकृतिक प्रजनन बूस्टर के रूप में काम करता है। पतंजलि फल…

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पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

प्रवाल पिष्टी को कोरल या मूंगे से गुलाब अर्क में घुटाई से बनाया जाता है। प्रवाल पिष्टी की तासीर ठंडी होती है जिससे यह गर्मी के रोगों और पित्त विकारों में फायदा करती है। गर्मी के दिनों में यदि नाक से खून गिरता हो, हाथ-पैर अथवा पेशाब में जलन हो रही है, पीरियड्स में ब्लीडिंग अधिक हो रही है तो प्रवाल पिष्टी को गुलकंद के साथ लेना चाहिए। प्रवाल पिष्टी…

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कुमारी आसव नंबर 1 के उपयोग, फायदे और साइड इफेक्ट्स की जानकारी

कुमारी आसव नंबर 1 एक आयुर्वेदिक दवा है जो की उदार रोग और महिलाओं की प्रजनन समस्यायों में बहुत फायदा देने वाली है, जानिये इसके उपयोग का तरीका और प्राइस।

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