पुरुषों में सेक्सुअल प्रॉब्लम या सेक्सुअल डिसफंक्शन होने पर वे सेक्सुअल रूप से संतुष्ट होने और पार्टनर को खुश करने में असमर्थता महसूस करते हैं। यौन दुर्बलता सेक्स के किसी भी चरण के दौरान हो सकती है। कुछ समस्याएं ज्यादा कॉमन होती है जो कभी न कभी, सभी आदमियों में पायी जाती है। यह दिक्कतें फिजिकल, सायकोलोजिकल या परिस्थितिजन्य हो सकती हैं या किसी अन्य कारण से भी।
सेक्सुअल डिसफंक्शन में सीमन के निकलने से जुडी दिक्कतें भी शामिल होती है जैसे शीघ्रपतन (सीमन जल्दी निकल जाना), स्वपन दोष (सीमन रात में निकल जाना) और वीर्यपात (अपने आप वीर्य निकल जाना)। यौन अक्षमता के लिए उपचार की सफलता समस्या के अंतर्निहित कारण पर निर्भर करती है।
कॉनफिडो हिमालया के द्वारा इन्ही सेक्स प्रॉब्लम के लिए बनाई गई दवाई है जिसे समय से पहले स्खलन, वीर्यपात और नाइटफाल के प्रबंधन के लिए किया जाता है। यह एक हर्बल दवाई है जोकि हॉर्मोन पर बिना असर डाले इन यौन दिक्कत में फायदेमंद हो सकती है। कॉन्फीडो से एंड्रोजेनिक असर होता है जिससे इरेक्शन की दिक्कतों में लाभ होता है।
कॉन्फीडो में राउवॉल्फिया सर्पेटिना है, जो रक्तचाप को कम करता है। इसलिए कम रक्तचाप वाले लोगों को इस दवा लेने से पहले डॉक्टरों से परामर्श लेना चाहिए।
कॉन्फीडो के फायदे
कॉन्फीडो को मुख्य रूप से उन दिक्कतों में इस्तेमाल करते हैं जिसमें पेनिस में इरेक्शन तो आता है लेकिन इरेक्शन कम देर रहता है, या बिना चाहे गिर जाता है या सोते समय सीमन निकल जाता है।
यह उन दिक्कतों में जिनमें इरेक्शन आता ही नहीं, में शायद ही फायदेमंद हो।
कॉन्फीडो को लेने से स्पर्म की संख्या बढ़ाने और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को ठीक किया जाता है जो बदले में इरेक्शन की समस्या का इलाज करने में मदद करता है।
सही करे टेस्टोस्टेरोन
पुरुष सेक्स हॉर्मोन, टेस्टोस्टेरोन यौन स्वास्थ्य के लिए अति महत्वपूर्ण है और कामेच्छा, हड्डियों की मजबूती, फैट का शरीर में वितरण, मांसपेशियों की ताकत और शुक्राणुओं के उत्पादन को नियंत्रित करता है। शरीर में कम टेस्टोस्टेरोन अवसाद, कम कामेच्छा (कम सेक्स ड्राइव), स्तंभन दोष (इरेक्शन में कठिनाई), कम वीर्य, और ऊर्जा की कमी का कारण बन सकता है। कन्फिडो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे इरेक्शन दोषों में फायदा होता है।
सुधार करे लिबिडो में
कन्फिडो न्यूरोन्डोक्राइन मार्ग के माध्यम से स्खलन को नियंत्रित करता है तथा यह यौन ड्राइव में सुधार करता है।
बढाये फर्टिलिटी
कन्फिडो वीर्य और कामेच्छा को बढ़ाता है। यह शुक्राणु गणना और टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि करके फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करता है।
दे प्रजनन अंगों को ताकत
कन्फिडो penile ऊतक को मजबूत करता है। यह penile धमनियों के प्रवाह मध्यस्थ vasodilatation में सुधार करता है।
मदद करे अनैच्छिक वीर्यपात में
कभी कभी बिना इच्छा के वीर्य निकल जाता है। यह एक स्ट्रेस का विषय बन जाता है और यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। कांफिदो से प्रजजन अंगों में ताकत आती है जिससे वीर्यपात में फायदा होता है। इस दवा के सेवन से अनैच्छिक स्खलन नियंत्रित होता है। इस दवा के सेवन से अनैच्छिक स्खलन नियंत्रित होता है।
कॉन्फीडो को निम्न में ले सकते हैं:
- समयपूर्व स्खलन
- रात को वीर्य निकल जाना
- स्पर्मेटोरिया, अत्यधिक अनैच्छिक स्खलन
कन्फिडो टैबलेट की डोज़
कन्फिडो को 1 टैबलेट की डोज़ में दिन में दो बार 2-4 सप्ताह के लिए या जब तक लक्षण ठीक नहीं होते हैं, तब तक लेते हैं।
- दवा की ली जाने वाली मात्रा नहीं बढायें। ऐसा करने से साइड इफेक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
- इसे 3 महीने से ज्यादा समय तक नहीं लें।
- कॉन्फीडो के 60 गोली का मूल्य 110 रूपये है।
हिमालय कन्फिडो टैबलेट के साइड इफेक्ट्स
मेडिकल पर्यवेक्षण के तहत इस दवा को लेना सबसे अच्छा है।
इसमें सर्पगंधा है जो निद्राजनक, रक्तचाप कम करने का, और एंग्जायटी, पागलपन, आदि में लाभप्रद है। सर्पगंधा तासीर में बहुत गर्म होती है। पित्त को बढ़ाती है इसलिए जो लोग पित्त प्रकृति के हैं, जिनमे ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, शरीर में बहुत गर्मी है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
सर्पगंधा होने से सिरदर्द और मूड पर असर हो सकता है। इस दवा का डिप्रेसिव इफ़ेक्ट हो सकता है।
कन्फिडो टैबलेट को कौन नहीं लें Contraindications
- महिला
- प्रीमेच्यूर इरेक्शन, नोक्टुर्नल एमिशन, स्पर्मेटोरिया के अलावा कोई और सेक्स समस्या
- हृदय रोग
- अल्कोहलिक
- अवसाद
- पालपिटेशन
- सिरदर्द, कमजोरी, थकान आदि लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षण हों तो इसे नहीं लेना चाहिए।
इरेक्शन की समस्या में
- ताजा फलों के साथ ड्राई फ्रूट्स भी डाइट में लें।
- बादाम और अंजीर का सेवन करे।
- तनाव और चिंता कम करने के लिए योग नियमित रूप से करें।
- केगेल एक्सरसाइज करें।
कॉन्फीडो का कम्पोजीशन
चूर्ण / पाउडर Pdrs.
- वृद्धदारु 38 mg
- गोक्षुर 38 mg
- जीवंती 38 mg
- शैलियां 20 mg
- सर्पगंधा 18.75 mg
- सत्व / एक्सट्रेक्ट Exts.
- अश्वगंधा 78 mg
- कोकिलाक्षा 38 mg
- वन्य कहु 20 mg
- कपिकच्छु 20 mg
- स्वर्ण वंग 20 mg