कुटजारिष्ट Kutajarishta एक असरदार आयुर्वेदिक दवाई है जिसे आप दस्त, डाइसेंटरी, क्रोनिक डाइसेंटरी, आईबीएस,एनोरेक्सिया, जैसी पेट की दिक्कतों में ले सकते हैं। यदि लूज़ मोशन हो रहे हैं और आप किन्ही कारणों से एलोपैथिक दवा नहीं ले सकते तो इसे दिन में दोबार खाने के बाद ले कर देखें। दस्त कुछ ही खुराक के बाद से रुकने लगेंगे।
जहाँ एलोपैथिक दवा के साइड इफेक्ट्स जैसे की भूख नहीं लगना, हाजमा बिगड़ जाना आदि होते सकते हैं वाही इस दवाई को पीने से पाचन में सुधार होता है और भूख सही से लगती है। कुटजारिष्ट को की बीमारी, रक्तस्राव विकारों में भी दिया जाता है। यह अल्सरेटिव कोलाइटिस के मामलों में भी प्रभावी है। पुरानी डाइसेंटरी में, कुटजारिष्ट को लंबी अवधि के लिए जारी रखा जाना चाहिए। कुटजारिष्ट में होलरहेना एंटीडिसेंटेरिका, विइटिस विनीफेरा, मधुका इंडिका, गेमेलिना अर्बोरिया, वुडफोर्डिया फ्रूटिकोसा इत्यादि जड़ी बूटियों का मिश्रण है।
कुटजारिष्ट को दिन में दो बार खाने के बाद पानी में मिलाकर लेना चाहिए। खाली पेट लेंगे, तो खट्टी डकार, जलन आदि हो सकते हैं। 5 साल से ऊपर के बच्चों में, इस दवा का उपयोग कम खुराक में किया जा सकता है। दवा की बोतल को प्रकाश और नमी से दूर रह्खे और हर प्रयोग के बाद ढक्कन को कास कर बंद करना नहीं भूलें।
अन्य नाम
- Kutajarishta
- Kutajarishtam
- Kutjarishtam
पतंजलि दिव्य कुटजारिष्ट की कीमत
दिव्य कुटजारिष्ट 450 ml रूपये 75 में उपलब्ध है।
कुटजारिष्ट के संकेत
कुटजारिष्ट पीने से आपको पुरानी अपचन समस्याओं, पेट, दस्त, बुखार इत्यादि में फायदा होता है। दूषित भोजन और पेय के सेवन से पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचता है और यह कमजोर हो जाता है। कमजोर पाचन से भूख नहीं लगती और अवशोषण भी नहीं होता और अतिसार होने लगता है। कुटजारिष्ट पाचन को बढ़ा देता है। यह चिकित्सीय रूप से साबित है कि इसका दुष्प्रभाव नहीं है।
- आंत के कीड़े
- इरेटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस)
- उत्पादक खांसी
- क्रोनिक दस्त
- क्रोनिक ब्रोंकाइटिस
- खाँसी मे
- खूनी बवासीर, कोलाइटिस
- जीर्ण ज्वर, लंबे समय तक निरंतर बुखार
- दस्त
- पाचन – भूख को सही करना
- पेचिश
- प्रवाहिका (पेचिश)
- बुखार के साथ दस्त
- रक्त-अतिसार (रक्त के साथ दस्त)
कुटजारिष्ट के फायदे
कुटजारिष्ट को लेने से दस्त, डाइसेंटरी, ढीले मलकी समस्या दूर होती है । यह एक दवा है जिसका मुख्य काम आंतो और पाचन के अंगों पर देखा जाता है।
दस्त पेचिश को रोके
कुटजारिष्ट पेचिश और खूनी पेचिश को ठीक करती है। इसे पीने पर स्टूल का ढीलापन रुकता है और आंतों की गतिशीलता कम होती है। नैदानिक अवलोकन में भी कुटजारिष्ट को दूषित भोजन या पानी के कारण होने वाले दस्त में प्रभावी पाया गया है।
अमीबा के कारण हो रही एमेबिक डाइसेंटरी में भी कुटजारिष्टफयादा करती है क्योंकि इसका मुख्य द्रव्य कुटज है जो ई हिस्टोलिटिका को मारता है और इसे आंतों और यकृत से साफ़ करता है।
इरेटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) में करे लाभ
इरेटेबल बाउल सिंड्रो( आईबीएस ) एक विकार है जो बड़ी आंत को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में क्रैम्पिंग, पेट दर्द, सूजन, गैस, और दस्त या कब्ज, या दोनों शामिल हैं। आईबीएस एक पुरानी स्थिति है जिसे आपको दीर्घकालिक प्रबंधन की आवश्यकता होती है। कुटजारिष्ट आईबीएस में सुधार करती है।
कुटजारिष्ट की खुराक और लेने का तरीका | Kutajarishtam Dosage in Hindi
कुटजारिष्ट की डोज़ निम्न है:
- बच्चे (5 साल से ऊपर ) 5 मिली
- वयस्क 10 से 20 मिलीलीटर
- कुटजारिष्ट को पानी की बराबर मात्रा में मिला कर लेना है।
- एक दिन में दो बार भोजन के बाद यह दवा लें।
कुटजारिष्ट बनाने वाले ब्रांड
- डाबर
- श्री बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन
- पतंजलि दिव्य फार्मेसी
- सांडू
- Oushadhasala (Kutajarishtam)
- केरल आयुर्वेद (Kutajarishtam)
- कोट्टाकल (Kutajarishtam)
कुटजारिष्ट का फार्मूला | Kutajarishtam formula in Hidi
- कुटज की छाल 4.8 kg
- द्राक्षा 2.8 kg
- महुआ 480 g
- गंभारी 480 g
- पानी को काढ़ा बनाने के लिए 49.152 liter reduced to 12.288 liter
- गुड 4.8 kg
- धातकी 960 g
Kutjarishta ko kitne lambe time tak lena thek hai mujhe 1 month see zyada ho gya Iska use karte hue lekin koi fayeda nahi dikh that hai mai kitne time tak aur lu ??