पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

प्रवाल पिष्टी को कोरल या मूंगे से गुलाब अर्क में घुटाई से बनाया जाता है। प्रवाल पिष्टी की तासीर ठंडी होती है जिससे यह गर्मी के रोगों और पित्त विकारों में फायदा करती है। गर्मी के दिनों में यदि नाक से खून गिरता हो, हाथ-पैर अथवा पेशाब में जलन हो रही है, पीरियड्स में ब्लीडिंग अधिक हो रही है तो प्रवाल पिष्टी को गुलकंद के साथ लेना चाहिए।

प्रवाल पिष्टी मुख्य रूप से कैल्शियम कार्बोनेट है जिससे यह एंटासिड की तरह काम करती है और साथ ही कैल्शियम के सप्लीमेंट की तरह से भी ली जा सकती है।

पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी की कीमत

पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी के 5 ग्राम की कीमत रुपए 30 और 10 ग्राम की कीमत रुपए 60 है।

पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी के संकेत

प्रवाल पिष्टी गर्मी के रोगों, पित्त विकारों, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, बुखार, गर्मी से सिर में दर्द, एसिडिटी, पेट में जलन, जैसे विकारों की अच्छी दवा है। इसे लेने से कैल्शियम की कमी भी दूर होती है।

  • अत्यधिक गर्भाशय रक्तस्राव
  • अम्लता
  • अल्सरेटिव कोलाइटिस
  • ऑस्टियोपोरोसिस
  • ओजक्षय (शरीर की प्रतिरक्षा का नुकसान)
  • ओस्टियोमालाशिया
  • कार्डियक फाइब्रिलेशन
  • कैल्शियम की कमी
  • कैल्शियम की कमी
  • खांसी
  • गैर उत्पादक खांसी
  • जलने की उत्तेजना के साथ सिरदर्द
  • टीबी के कारण खांसी
  • दिल की बीमारी
  • पित्त रोग
  • पेशाब मे जलन
  • बहुत ज़्यादा पसीना आना
  • बुखार
  • बुखार
  • ब्लीडिंग डिसऑर्डर
  • भारी मासिक धर्म रक्तस्राव
  • मानसिक कमजोरी
  • लचीलापन
  • लाल आंखें
  • सामान्य दुर्बलता
  • सूजन
  • हेपेटाइटिस या पीलिया

प्रवाल पिष्टी के फायदे

प्रवाल पिष्टी को टीबी की खांसी, अत्यधिक जलन, कैल्शियम की कम , हड्डी चयापचय विकारों आदि में लिया जा सकता है। जंक और मसालेदार खाना खाने से अति अम्लता हो सकती है। अतिसंवेदनशीलता के कारण मांसपेशी कमजोरी और कंपकंपी की समस्या भी हो जाती है। एक महीने या उससे ज्यादा समय तक डॉक्टर द्वारा अनुशंसित खुराक में प्रवाल पिष्टी का सेवन और खाद्य आदतों में बदलाव करने परअम्लता काफी हद तक कम हो जाती है। इससे एलोपैथिक एंटासिड्स और संबंधित अन्य टैबलेट के साइड इफेक्ट्स नहीं होते। यह प्राकृतिक रूप में कैल्शियम पूरक है। यह अन्य मामूली बीमारियों को भी कम करने वाली दवा है।

प्रवाल पिष्टी के कुछ फायदे निम्न है:

  • प्रवाल पिष्टी को खाने से शरीर में ठंडक आती है। यह पित्त दोष की संतुलित करती है।
  • प्रवाल पिष्टी का सेवन कैल्शियम सप्लीमेंट का फायदा देता है।
  • प्रवाल पिष्टी एंटासिड है और एसिडिटी में राहत देता है।
  • प्रवाल पिष्टी को खाने से बुखार की तीव्रता कम होती है। यह पेरासिटामोल की तरह से काम करता है।
  • प्रवाल पिष्टी शरीर से कहीं भी खून बहने, कैल्शियम की कमी, सुखी खांसी, कमज़ोरी, सर दर्द, आदि में लाभप्रद है।
  • प्रवाल पिष्टी बुखार कम करने वाली, एंटासिड, टॉनिक और पित्त कम करने वाली दवा है।

पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी की खुराक

प्रवाल पिष्टी को भोजन के बाद लें।

वयस्क : 250 मिलीग्राम से 500 मिलीग्राम तक दूध या मधु के साथ एक दिन में दो बार।

बच्चे 65 मिलीग्राम से 125 मिलीग्राम। दूध या मधु के साथ एक दिन में दो बार।

पतंजलि दिव्य प्रवाल पिष्टी के साइड इफेक्ट्स

प्रवाल पिष्टी को जबी रोगानुसार और सही खुराक में लिया जाता है तो इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं देखा जाता।

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